झाशी की राणी




मै मावला शिवाजी का
तू झाशी की राणी
तू ही लिखेगी एक दिन
इस नारी शक्ती की कहानी

मै रुद्ररूप शिवा का
तू करुणा की मुरत
तेरे जैसे जिजाऊ की है
इस संसार को जरूरत

तू ज्ञान की गंगा
मै बाप तेरा बावला
तू ही सुनीता विल्यम
तू ही कल्पना चावला

मै आकाश तेरे जीवन का
तू इसकी चमचमाती चांदणी
एव्हरेस्ट को छु ले ऐसी तू
अरुणीमा की नंदिनी

तू आशा मेरे भविष्य की
तू साक्षी इतिहास की
तू जरूर बदलेगी परिभाषा
इस नारी के उपहास की

अजय दत्तात्रय चव्हाण
उर्फ (राहुल)
खाकी वर्दीतील दर्दी कवी
8424043233


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