रक्षाबंधन

 #अगर_हमारी_भी_होती

#प्यारी_सी_एक_बहना


छुपके से आती ओ और

खुशी का तोहफा देती 

हम गुस्सा करते उसपे

और ओ खफ़ा होती


मनाने उसे हम फिर

करते हर वो कोशिश

उसकी पलको में फिर

झुकाते अपना शीश 


ओ मुस्करा देती गालो में

और हमरा दिल जीत लेती

काश राखी बंधवाने हमे

हमारी भी बहना आती


हम भाई का ओ प्यार

बहना की आंखों में देखते

उसकी मासूम छबी को

दिल की किताब में रखते


ये जिंदगी बता हमे तू 

कोनसे मोड़ पे ले आई

हर रक्षा बंधन को हमारी

सुनी सुनी रहती कलाई


हम भी बुन लेते शायद

सपने हमारी पलकों पे

गले लगाकर फूटफूटकर रोती

वो भाई को बिदाई पे

✍✍✍✍✍✍

अजय दत्तात्रय चव्हाण

खाकी वर्दीतील दर्दी कवी

मो.8424043233

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